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(नई दिल्ली) अठावले ने कहा, सरकार भाजपा की ही बनेगी, चाहे शिवसेना के बिना बने

(नई दिल्ली) अठावले ने कहा, सरकार भाजपा की ही बनेगी, चाहे शिवसेना के बिना बने

(नई दिल्ली) अठावले ने कहा, सरकार भाजपा की ही बनेगी, चाहे शिवसेना के बिना बने 
नई दिल्ली (ईएमएस)। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच बीजेपी की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने सरकार बनाने का नया फॉर्मूला सुझाया है। केंद्रीय मंत्री और आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने का कोई सवाल नहीं उठता, चाहे उनके बिना ही सरकार बनानी पड़े। बीजेपी-आरपीआई मिलकर सरकार बनाएगी। अठावले ने कहा कि सरकार बनाने के लिए अगर एनसीपी का समर्थन की जरुरत होती हैं तब हम साथ लेने को तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने दावा किया है कि दूसरी पार्टियों के विधायक भी हमारी सरकार को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। इसके बावजूद अगर सरकार नहीं बनती,तब हम लोग चुनाव में जाने को भी तैयार हैं। 
अठावले का कहना है कि सरकार बननी चाहिए लोकतंत्र में जिस पार्टी को सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होती है,उस सरकार बनाने का न्यौता देने का राज्यपाल का अधिकार होता है। बीजेपी के पास बाकी पार्टियों के विधायकों को मिलाकर संख्या 120 पहुंच रही है। हमें बहुमत के लिए 25 विधायकों की संख्या कम पड़ रही है।
अठावले ने कहा कि शिवसेना ने सीएम पद की मांग करके खामखा सरकार गठन में पेच फंसा रही है। जबकि बीजेपी उन्हें डिप्टी सीएम पद के साथ 16-17 मंत्री पद देने के लिए तैयार है। इसके बावजूद शिवसेना अपनी शर्तों पर अड़ी हुई है। महाराष्ट्र में कुल 56 मंत्री बनाए जा सकते हैं। आरपीआई प्रमुख ने कहा कि अगर हम बहुमत साबित नहीं करते हैं तब राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। महाराष्ट्र की जनता ने भी कहा है कि शिवसेना बीजेपी सहयोगी मिलकर सरकार बनाएं, लेकिन शिवसेना बार बार मुख्यमंत्री पद की मांग कर रही है। 
अठावले ने कहा कि शिवसेना को याद दिलाना चाहते हैं कि 1995 में जब शिवसेना बीजेपी सरकार आई थी,तब शिवसेना की ज्यादा सीटें थी,तब आपका 5 साल मुख्यमंत्री रहा था। बीजेपी ने कभी नहीं बोला कि हम मुख्यमंत्री दे। अमित शाह के साथ जो चर्चा हुई थी उसमें कोई ढाई ढाई साल को लेकर मुख्यमंत्री की बात नहीं थी। सत्ता में भागीदारी मिलनी चाहिए यह बात उनके साथ हुई थी। उसी के मुताबिक उन्हें सत्ता में हिस्सा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना साथ नहीं आती है तब हम सरकार बना सकते हैं। 
बता दें कि आरपीआई महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी दल है। विधानसभा चुनाव में आरपीआई ने अपने प्रत्याशियों को बीजेपी के चुनाव निशान पर मैदान में उतारा था। आरपीआई को पांच विधानसभा सीटें मिली थी। रामदास अठावले राज्यसभा सदस्य हैं और मोदी सरकार में मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। महाराष्ट्र की कुल 288 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी को105,शिवसेना को 56, कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं। वहीं,13 निर्दलीय भी जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 145 विधायक चाहिए। 

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