कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 10 नवंबर को बुलाई गई है। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के एजेंडे को तय किया जा रहा है। इस बैठक में मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर घेरने के साथ ही अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले, असम में लागू किए गए एनआरसी और समान नागरिक संहिता जैसे संवेदनशील मुद्दों पर पार्टी नेता राय रखेंगे। कांग्रेस अभी से विवादित मुद्दों पर नेताओं से रायशुमारी कर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहती है ताकि बाद में अलग-अलग सुर न सुनाई दें। एनआरसी को लेकर पार्टी ने एक कमेटी का भी गठन किया गया है जो पूर्वोत्तर राज्यों में लोगों का पक्ष जानकर अपनी रिपोर्ट देगी। पार्टी भाजपा के किसी एजेंडे में न उलझकर अपना पक्ष रखना चाहती है। अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस किस तरह प्रतिक्रिया जताए, पार्टी सीडब्ल्यूसी की बैठक में इस पर भी विचार-विमर्श करना चाहती है। साथ ही बैठक में पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर भी रणनीति तय करेगी। कांग्रेस संसद के अंदर और बाहर सरकार को घेरने के लिए विभिन्न मुद्दों को किस तरह उठाया जाए और विपक्षी पार्टियों को भी उसमें कैसे शामिल किया जाए, इसे भी तय करेगी।