अमिताभ का सात हिंदुस्तानी से महानायक तक का सफर
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने फिल्म जगत में अपने 50 साल पूरे कर लिए हैं। कैमरे के सामने एक गोल्डन जुबली पूरी करने के बाद भी प्रासंगिक बने रहना आसान नहीं है। इस खास मौके पर उनके बेटे अभिषेक ने एक पोस्ट लिखी जो भावुक करने वाली है। इस पोस्ट को शेयर करते हुए, अभिषेक ने कहा कि हर कोई अमिताभ पर कितना गर्व करता है। अभिषेक ने अपने पिता की एक पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर शेयर की है।
बिग बी कुर्सी पर हाथ रखे हुए हैं और कहीं और देख रहे हैं। इस तस्वीर के साथ, अभिषेक ने लिखा, 'सिर्फ एक बेटे के रूप में नहीं, बल्कि एक अभिनेत और प्रशंसक के रूप में हम सभी आपके होने से धन्य हैं। तारीफ़ करने के लिए बहुत कुछ है, सीखना और सराहना करना भी। सिनेमा प्रेमियों की कई पीढ़ियाँ कहेंगी कि हम बच्चन के जमाने में रहते थे।'
अमिताभ ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 1969 में फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' से की थी। इस फिल्म में उनके प्रदर्शन को सराहा गया। उसी समय, उन्हें उनकी दूसरी फिल्म 'आनंद' में उनकी भूमिका के लिए पहला फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला।
प्रशंसकों ने जल्द ही अभिषेक के पोस्ट को बिग बी की तारीफों से भर दिया। 77 साल के अमिताभ प्रशंसकों के लिए आज भी उतने ही खास हैं जितना करियर के शीर्ष समय पर थे। आज भी उनके पास फिल्में हैं। अमिताभ बच्चन जल्द ही इमरान हाशमी के साथ थ्रिलर 'चेहरे’ में नजर आएंगे। इसके अलावा उनके पास आयुष्मान खुराना के साथ 'गुलाबो सिताबो’ भी है। रणबीर कपूर के सुपरहीरो ड्रामा 'ब्रह्मास्त्र’ में भी बिग बी की मुख्य भूमिका होगी।
अमिताभ बच्चन की बतौर ऐक्टर पहली फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' थी। यह मूवी साल 1969 में रिलीज हुई थी।
तब उन्हें फीस में मिले थे 5000 रुपये।
डायरेक्टर ने उनसे पहले ही क्लियर कर लिया था कि चाहे मूवी को बनने में कितना ही समय लगे लेकिन उन्हें इस राशि से ज्यादा नहीं मिलेंगे।
अमिताभ को डेब्यू के साथ ही पहला नैशनल अवॉर्ड मिल गया था। उन्हें 'सात हिंदुस्तानी' के लिए मोस्ट प्रॉमिसिंग ऐक्टर का नैशनल अवॉर्ड दिया गया था।
कहा जाता है कि महमूद को 'सात हिंदुस्तानी' में अमिताभ की ऐक्टिंग काफी पसंद आई थी, जिसके बाद उन्होंने ऐक्टर को तीन फिल्मों के लिए साइन कर लिया था। उन्होंने अमिताभ को 5000, 7000 और 10,000 की फीस भी दी। महमूद ने अमिताभ को लेकर फिल्म भले ही नहीं बनाई लेकिन दूसरी फिल्मों में काम जरूर दिलाया, जिसमें से एक हिट फिल्म 'आनंद' भी थी।
अच्छी शुरुआत के बाद ऐसा समय आया जब अमिताभ ने बैक टू बैक 12 फ्लॉप फिल्में दीं। साल 1973 में आई फिल्म 'जंजीर' ने इस सिलसिले को तोड़ा और बिग बी को करियर की जबरदस्त हिट मूवी दी।
अमिताभ ने करियर का लो देखा तो हाई भी देखा। साल 1978 के अक्टूबर महीने में अमिताभ ने बैक टू बैक चार सुपरहिट फिल्में दीं। ये मूवीज थीं 'मुकद्दर का सिकंदर', 'कसमे वादे', 'डॉन' और 'त्रिशूल'।
अमिताभ बच्चन का फेवरिट ऑन स्क्रीन नेम विजय था। साथ ही उन्हें अमित नाम भी पसंद था। अमिताभ ने 20 से भी ज्यादा ऐसी फिल्में की हैं जिनमें उनके किरदार का नाम 'विजय' था।
अमिताभ और जया न सिर्फ कपल हैं बल्कि उन्होंने साथ में भी करीब 30 फिल्में की हैं। ऐसा करने वाले वह एक मात्र बॉलिवुड सिलेब्रिटी कपल हैं।
अमिताभ बॉलिवुड के पहले अभिनेता थे जिन्हें फीस के रूप में 1 करोड़ रुपये दिए गए थे। इसने उन्हें हिन्दी सिनेमा का सबसे महंगा सितारा बना दिया था।
अमिताभ बच्चन भले ही सबसे ज्यादा फीस पाने वाले अभिनेता रहे हों लेकिन एक दौर ऐसा भी आया जब उनकी फिल्म कंपनी एबीसीएल को इतना नुकसान हुआ कि वह दिवालिया हो गए।
दिवालिया हो जाने पर अमिताभ ने डायरेक्टर यश चोपड़ा की फिल्म 'मोहब्बतें' में भूमिका निभाई।
अमिताभ को कौन बनेगा करोड़पति के पहले सत्र का मेजबान बनाया गया। इस शो ने उनकी लोकप्रियता को फिर बढ़ा दिया और उन्होंने धीरे-धीरे वह पफिर शिखर तक पहुंच गये।
अमिताभ बच्चन यूं तो हमेशा फिल्मों को लेकर प्रयोग करते हैं, लेकिन जब उन्होंने 'बूम' और 'निशब्द' जैसी फिल्में की तो उन्हें दर्शकों की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके बाद बिग बी ने फिर ऐसी मूवीज नहीं कीं।
अमिताभ को अपने 50 साल के करियर में ढेरों अवॉर्ड्स मिले हैं। इनमें से प्रमुख पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड भी हैं।