ताजा वैश्विक रुख के चलते स्टील की कीमतों में हो इजाफा होने की संभावना है। देश में स्टील के दाम अगले कुछ दिनों में करीब 1 हजार रुपये प्रति टन बढ़ सकते हैं। यह एक महीने में लगातार दूसरी बढ़ोतरी होगी। देश की दो बड़ी स्टील कंपनियां जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील वैश्विक रुझानों की तर्ज पर कीमत बढ़ा सकती हैं। ऑयरन ओर की कीमतों में बढ़ोतरी से वैश्विक स्तर पर स्टील का दाम चढ़ रहा है, लेकिन देश में आगामी आम चुनाव की तैयारी के बीच इंफ्रा प्रोजेक्ट्स पर जोर बढ़ने से घरेलू मांग बढ़ी है। स्टील कंपनियों का मानना है कि कीमत बढ़ाने से इस मांग पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। वैश्विक स्तर पर व्यापार से जुड़ा तनाव घटने से भी कीमतों में तेजी का रुझान मजबूत हुआ है। जेएसडब्ल्यू स्टील ने इससे पहले फरवरी में ही दाम 750 रुपये प्रति टन बढ़ाया था, लेकिन पिछले सप्ताह उसने फिर करीब 1 हजार रुपये प्रति टन का इजाफा कर दिया। माना जा रहा है कि टाटा स्टील ने भी इसी तरह की बढ़ोतरी कर दी है। हालांकि इंडस्ट्री के एक सूत्र ने कहा, देश में ऑयरन ओर के दाम में तेजी के ट्रेंड के कारण मार्च में स्टील कंपनियों को एक बार फिर दाम बढ़ाना पड़ेगा। जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा कि वह इस मामले में टिप्पणी नहीं करना चाहती है।
वैश्विक स्तर पर देखें तो ब्राजील के वेल एस ए में खदानों के बंद होने से ऑयरन ओर की तंगी की नौबत आई और इसके दाम हफ्तेभर में करीब 20 प्रतिशत चढ़ गए। इससे स्टील की कीमतों में भी उछाल आया है। टाटा स्टील के एक प्रवक्ता ने कहा, दाम तो बाजार से तय होता है। ग्लोबल लेवल पर ऑयरन ओर की स्थिति के कारण स्टील का दाम चढ़ा है। हमारे पास वैश्विक मांग आपूर्ति के रुझान के अनुसार कदम बढ़ाने के सिवा कोई चारा नहीं है। इधर एनएमडीसी ने सोमवार को पिछले पांच महीनों में पहली बार ऑयरन ओर की कीमत 17 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय किया। इसका असर स्टील कंपनियों की इनपुट कॉस्ट पर पड़ेगा। इस सरकारी कंपनी ने शेयर बाजारों से कहा कि उसने 23 फरवरी से लंप ओर का दाम 3000 रुपये प्रति टन और ऑयरन ओर फाइंस का दाम 2760 रुपये प्रति टन बढ़ा दिया है।
एक और अहम पहलू देश में दिख रही जोरदार डिमांड का भी है। स्टील कंपनियों का मानना है कि इससे प्राइस हाइक करना आसान हो गया है। इंडस्ट्री के एक विशेषज्ञ ने कहा, आम चुनाव करीब आ गए हैं, लिहाजा इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में गतिविधि तेज हुई है। कई नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान हो रहा है और पहले चल रहे प्रोजेक्ट्स पर काम की रफ्तार बढ़ रही है। इससे स्टील की डिमांड बढ़ी है। उधर, अमेरिका-चीन की व्यापार वार्ता से सकारात्मक नतीजा आने की उम्मीद से चीन में स्टील का दाम चढ़ रहा है।
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वैश्विक रुख के चलते स्टील की कीमतों में हो सकता है 1 हजार रुपए प्रति टन का इजाफा