नोटबन्दी पर माफी मांगे भाजपा-दीपक शर्मा
मोदी सरकार ने तीन वर्ष पूर्व आज के ही दिन देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने का निर्णय लिया था।आज हालात ये हैं कि देश आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुका है।बैंक डूब रहे हैं।महंगाई चरमसीमा तक पहुंच गई है।बेरोज़गारी देश में अबतक के सबसे ऊपर स्तर तक पहुंच कर 9 प्रतिशत हो चुकी है।ये विचार प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने एक बयान में व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि नोटबन्दी लागू करते वक़्त मोदी जी ने तर्क दिया था कि इससे काला धन बाहर आएगा लेकिन आंकड़े बताते हैं कि देश की जनता का पैसा ही बैंकों में वापस आया।कालाधन आने की बात गलत निकली।कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि नोटबन्दी की आड़ में भाजपा नेताओं ने मात्र अपना विकास किया।पूरे देश में भाजपा ने कार्यालयों के लिए ज़मीनें खरीब कर काला धन सफेद किया।लेकिन गरीब और आम आदमी को इससे नुकसान ही उठाना पड़ा है।उन्होंने कहा कि अब भाजपा नेता नोटबन्दी की बात करने से कतराते हैं।जिस बुरे दौर से देश की अर्थव्यवस्था गुज़र रही है उसमें नोटबन्दी का सबसे बड़ा हाथ है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नोटबन्दी लगाने पर मोदी सरकार को देश से सार्वजनिक रूप में माफी मांगनी चाहिए।
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नोटबन्दी पर माफी मांगे भाजपा-दीपक शर्मा