
के-4 मिसाइल का आज होगा परीक्षण, पानी के अंदर से 3,500 किमी तक कर सकेगी मार
समुद्र के अंदर से दुश्मन के ठिकाने पर परमाणु हमला करने में सक्षम मिसाइल के-4 का डीआरडीओ शुक्रवार को परीक्षण करने वाला है। मारक मिसाइल का परीक्षण डीआरडीओ विशाखापत्तनम स्थित समुद्र तट से करेगा। 3500 किलोमीटर तक की रेंज में मार करने में सक्षम यह मिसाइल भारतीय सैन्य क्षमता में अप्रत्याशित इजाफा करेगी। सबमरीन लांच बलिस्टिक मिसाइल के-4 का पहले अक्टूबर में ही लांच किया जाना था,लेकिन फिर इस टाल दिया गया। डीआरडीओ के द्वारा तैयार की गई यह स्वदेशी मिसाइल अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियों के लिए तैयार की गई है। इन पनडुब्बियों को भी भारत में ही विकसित किया गया है। 10 मीटर लंबी इस मिसाइल का वजन 20 टन है और यह 3500 किलोमीटर दूरी तक 1 टन पेलोड ले जाने में सक्षम है। के-4 मिसाइल को पानी के नीचे बने पॉन्टून से लांच किया जाएगा। भविष्य में यह मिसाइल को अरिंहत क्लास पनडुब्बी से लांच किया जाएगा।मिसाइल की लॉन्चिंग के बाद डीआरडीओ 5000 किलोमीटर तक की रेंज वाली के-5 मिसाइल की भी लांचिंग की तैयारी में है। के-4 मिसाइल को डीआरडीओ की ओर से एक तरह से अग्नि-3 मिसाइल के अपग्रेडेड वर्जन के तौर पर लांच किया गया है। असल में अग्नि-3 को आईएनएस अरिहंत में इंस्टॉल करने में समस्याएं आई थीं, इसके चलते के-4 को विकसित किया गया।