मां-बहन के कंकाल के साथ रह रही थी विक्षिप्त बेटी, बदबू आने पर हुआ खुलासा
धर्मनगरी के नाम से प्रसिद्ध अयोध्या में एक लोमहर्षक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। यहां एक आवास में मां और बेटी का शव कंकाल में बदल चुका था और एक बेटी विक्षिप्त अवस्था में उनके पास मिली है। मकान से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। मामला देवकाली वार्ड में आदर्श नगर कालोनी है। बताया जा रहा है कि इस मकान में पूर्व एसडीएम विजेन्द्र श्रीवास्तव का परिवार रहता था। एसडीएम की मौत 1985 में ही हो गई थी। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटियां रहती थीं। पत्नी पुष्पा और बेटी विभा का शव मौके से मिला है, जबकि बेटी दीपा विक्षिप्त अवस्था में मिली है। घटना की जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौके पर एसपी सिटी विजयपाल सिंह व सीओ अरविंद चौरसिया पहुंचकर मामले की जांच में जुटे हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों मां-बेटी को मौत कब हुई इसका अभी पता नहीं चल पाया है। विक्षिप्त अवस्था में मिली दीपा को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि एक और बेटी की मौत एक साल पहले हो चुकी है। इस खबर ने मानवीय संवेदनाओं पर भी सवाल खड़ा किया है कि आखिर इतने दिन तक किसी पास पड़ोसी ने क्या यह जानना उचित नहीं समझा कि घर बंद क्यों पड़ा है? घर से किसी तरह की कोई आवाज क्यों नहीं आ रही है? घर से बदबू आने पर सूचना दी जा रही है।
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