महाराष्ट्र में फडणवीस को दिया सरकार बनाने का न्योता, बहुमत 48 घंटे में करना होगा साबित
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार शाम को बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सरकार बनाने का न्योता दिया है। भाजपा को 11 नवंबर तक बहुमत साबित करना होगा। फडणवीस ने शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले शिवसेना ने दावा किया था कि लोकसभा चुनावों से पहले दोनों गठबंधन सहयोगियों ने अगले कार्यकाल में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की साझेदारी का फैसला किया था। इस्तीफा देने के बाद शिवसेना के दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने जोर देकर कहा था कि 'मेरी मौजूदगी में' दोनों दलों द्वारा मुख्यमंत्री पद की साझेदारी को लेकर कोई समझौता नहीं किया गया था। फडणवीस ने दावा किया था कि उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से गतिरोध तोड़ने के लिए फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन, 'उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया।'
वहीं, शिवसेना को अपने विधायकों के खरीद फरोख्त का भी डर है। खरीद फरोख्त के डर से शिवसेना ने अपने विधायकों को बांद्रा के रंगशारदा होटल से माध आइलैंड के किसी रिजॉर्ट में 15 नवंबर तक शिफ्ट कर दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को जयपुर के एक रिजॉर्ट में बीजेपी की खरीद-फरोख्त से डरते हुए शिफ्ट कर दिया है।
भाजपा को विश्वासमत पर 2 दिन के पीछे सत्ता का खेल ?
महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी को राज्यपाल द्वारा अचानक सरकार बनाने का आमंत्रण देना और फिर बहुमत साबित करने के लिए मात्र 48 घंटे देने के पीछे का क्या खेल हो सकता है यह समझने की कोशिश जारी है।
शिवसेना के तेवर तो वैसे ही हैं उनमें कोई बदलाव नहीं है तो फिर भाजपा 48 घंटे में बहुमत कैसे साबित करेगी? क्या यहां भी कर्नाटक की तरह खेल होगा या फिर शिवसेना में फूट पड़ेगी? जानकार तो यह भी कह रहे हैं कि पिछली बार की तरह राकांपा भाजपा की संकटमोचक बन सकती है। जो भी हो अगले 48 घंटे के भीतर महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान आ सकता है।