हडिडयों की मजबूती के लिए रोज करें एक्सरसाइज
-बुढ़ापे में रहता है हडिडयां टूटने का खतरा ज्यादा
एक ताजा अध्ययन में फिजिकल ऐक्टिविटी और मेनोपॉज के बाद महिलाओं में होने वाले फ्रैक्चर का संबंध देखा गया।इस स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं फिजिकली ऐक्टिव थीं या घर के काम करती थीं, उनमें हिप फ्रैक्चर का खतरा 18 प्रतिशत तक कम था। वहीं, टोटल फ्रेक्चर का खतरा 6 प्रतिशत कम था। इस स्टडी के लीड ऑथर का कहना है कि इससे पता चलता है कि फिजिकल एक्सरसाइज के कई फायदों में से एक फ्रैक्चर का कम खतरा होना भी है। बता दें कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में फ्रैक्चर काफी आम समस्या है। इससे उनकी आत्मनिर्भरता कम हो जाती है, उनकी शारीरिक क्षमता सीमित हो जाती है और मृत्यु दर भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस स्टडी के परिणामों से कई महिलाओं को काफी फायदा मिल सकता है। पब्लिक हेल्थ के लिए यह एक महत्वपूर्ण रिसर्च है। बता दें कि यह रिसर्च अमेरीका के बफेलो स्कूल ऑफ हेल्थ में की गई है। इस स्टडी में रिसर्चर्स ने 77 हजार माहिलाओं को शामिल किया था। 14 सालों तक इनकी निगरानी की गई।
वर्ल्ड
हडिडयों की मजबूती के लिए रोज करें एक्सरसाइज -बुढ़ापे में रहता है हडिडयां टूटने का खतरा ज्यादा