महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस की सरकार बनना तय
एनडीए में दरार, शिवसेना मंत्री ने दिया इस्तीफा
आज शाम 7.30 बजे तक राज्यपाल ने मांगा है जवाब
महाराष्ट्र में रविवार को सियासी घटनाक्रम बहुत तेजी से बदला। भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शाम को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और सरकार बनाने से इनकार कर दिया। इसके डेढ़ घंटे बाद राज्यपाल ने दूसरा सबसे बड़ा दल होने के नाते शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया। उन्होंने सोमवार शाम 7.30 बजे तक शिवसेना को यह बताने को कहा कि वह सरकार बनाएगी या नहीं। इसके बाद शिवसेना के सामने जटिल स्थिति पैदा हो गई क्योंकि समय बहुत कम है। उधर, बीते दो हफ्तों में शरद पवार और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच तीन मुलाकातों के बावजूद एनसीपी ने शर्त रखी कि शिवसेना को पहले एनडीए से बाहर होना होगा। इस बीच सरकार बनाने का रास्ता साफ करने के लिए शिवसेना के कोटे से केंद्रीय कैबिनेट में केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री का पदभार संभालने वाले अरविंद सावंत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। बता दें कि एनसीपी ने मांग रखी थी कि अगर शिवसेना को समर्थन चाहिए तो केंद्र में उसके मंत्री अरविंद सावंत को इस्तीफा देना होगा। साथ ही भाजपा के साथ सारे संबंध खत्म करने होंगे। वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने सोमवार को बताया कि पार्टी विधायकों की एक बैठक सुबह 10 बजे होगी। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश दिया था, लेकिन शिवसेना ने उसका अपमान किया। अगर शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाना चाहती है, तो बना सकती है। हम उन्हें शुभकामना देते हैं।
भाजपा अहंकार में, यह कैसा गठबंधन
उधर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि भाजपा अपने अहंकार में सरकार न बनाने के लिए तैयार है लेकिन शिवसेना के साथ ढाई साल के मुख्यमंत्री पद का वादा निभाने के लिए राजी नहीं है। यह कैसा गठबंधन है।
स्थायी सरकार गठन के पक्ष में: चव्हाण
इस बीच, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि हम महाराष्ट्र में स्थायी सरकार गठन के पक्ष में हैं। फिलहाल हम जयपुर में हैं, हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और आगे हमारा क्या रुख रहेगा इसको लेकर विधायकों से सलाह लेंगे। इससे पहले, रविवार को मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करके राज्यपाल से मांग की थी कि राज्य में पार्टियों ने गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ा था। जब भाजपा-शिवसेना की महायुति सरकार नहीं बना सकी तो अब कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को सरकार बनाने का निमंत्रण मिलना चाहिए।
क्या उद्धव होंगे मुख्यमंत्री और अजीत पवार उपमुख्यमंत्री?
सूत्रों का कहना है कि एनसीपी ने शिवसेना को साफ कर दिया है कि वह उसे सरकार बनाने कि लिए अगर समर्थन देती है तो आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं स्वीकार करेगी। वह इस पद के लिए उद्धव ठाकरे को समर्थन देने को तैयार है। इस पर उद्धव ने कहा कि वह विचार करेंगे। साथ ही एनसीपी ने शिवसेना को यह भी साफ कर दिया है कि शिवसेना का मुख्यमंत्री होने की स्थिति में उपमुख्यमंत्री एनसीपी का होगा और यह पद अजीत पवार के पास रहेगा।
कौन हैं सावंत
अरविंद सावंत दक्षिणी मुंबई से सांसद हैं और केंद्र में शिवसेना के कोटे से मंत्री हैं। उन्हें बाहरी उद्योग मंत्रालय दिया गया था, लेकिन अब उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। सावंत ने ट्वीट किया, शिवसेना का पक्ष सत्य के साथ है। ऐसे खराब माहौल में दिल्ली की सरकार में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं और आज 11 बजे प्रेस के सामने अपना पक्ष रखूंगा। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर भी है कि एनसीपी ने समर्थन के बदले शिवसेना से एनडीए से अलग होने की मांग की है।
नेशन रीजनल वेस्ट
महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस की सरकार बनना तय