पीएफ घोटाले का आरोपी पीके गुप्ता के बेटा ने किया सरेंडर
यूपी पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के भविष्य निधि घोटाले में फरार चल रहे ब्रोकर अभिनव गुप्ता ने ईओडब्लू के दफ्तर पहुंचकर सरेंडर कर दिया है। अभिनव गुप्ता से पहले ही पीएफ ट्रस्ट के सचिव पीके गुप्ता का बेटा गिरफ्तार है। बताया जा रहा है कि अभिनव गुप्ता की गिरफ़्तारी भी हो सकती है। हालांकि पिता की गिरफ़्तारी के बाद से ही ईओडब्लू अभिनव गुप्ता से पूछताछ के लिए लगातार नोटिस जारी कर रही थी। इतना ही नहीं नोएडा पुलिस भी उसकी तलाश में दबिश दे रही थी। लेकिन मंगलवार को वह खुद ही ईओडब्लू के ऑफिस पहुंच गया। बताया जा रहा है कि पीएफ घोटाले में अभिनव गुप्ता की अहम कड़ी है। बताया गया कि पेशे से शेयर ब्रोकर और रियल एस्टेट कारोबारी अभिनव गुप्ता ने डीएचएफएल में निवेश के बदले कमीशन लिया था। इतना ही नहीं कमीशन के पैसे को उसने रियल एस्टेट के कारोबार में भी लगाया। इसके लिए उसने दिल्ली के कुछ बिज़नसमैन को भी पार्टनर बनाया था। इसके चलते मंगलवार को ईओडब्लू के अधिकारियों ने अभिनव से लंबी पूछताछ की। हालांकि बताया जा रहा है कि उसने कई अहम राज खोले हैं। अभी तक के जांच में पता चला है कि डीएचएफएल में निवेश के लिए 14 शेयर ब्रोकिंग फर्मों शामिल थे। इनमें से 12 फर्म ऐसे थे, जिन्हें शेयर ट्रेडिंग का कोई अनुभव नहीं था। इतना ही नहीं पांच फर्म ऐसी थी जिनका पता ही गलत है। हालांकि आरोप है कि अभिनव गुप्ता की इन ब्रोकर फर्मों में भी भागीदारी थी। वहीं, पूछताछ के दौरान वह गोलमोल जवाब देता रहा। हालांकि अब ईओडब्लू अभिनव के बैंक खाते, संपत्ति और अन्य स्थानों पर किए गए निवेश को खंगालने में जुटी है।
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