पराली जलाने पर 20 से ज्यादा किसानों पर शिकायत दर्ज
हाल ही धुंध और जहरीली हवा के आगोश में पूरा देश जूझ रहा है, वहीं प्रशासन भी पूरी तरह से सख्ती बरत रहा है। हालांकि केंद्र सरकार से लेकर यूपी सरकार तक पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन इसके बावजूद भी किसान मानने के लिए तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि मैनपुरी में अभी तक 20 से ज्यादा किसानों पर पराली जलाने को लेकर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। वहीं प्रशासन द्वारा एक दर्जन से ऊपर गांवों के सरपंचों और पटवारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है, जहां पराली जलाए जाने के मामले सबसे ज्यादा नजर आ रहे हैं। जिलाधिकारी पीके उपाध्याय ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि जहां भी पराली जलाई जा रही है, ऐसे किसानों के विरोध प्रशासन सख्त कार्रवाई करें। इस पर मैनपुरी जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपनी पराली न जलाएं और इसका उचित ढंग से प्रबंध करें। किसानों द्वारा पर पराली जलाए जाने पर धुंध और जहरीली हवा माहौल को प्रदूषित करती है, जिससे बीमारियां बढ़ती हैं। इसके चलते किसान अपने और अपने बच्चों का ख्याल में रखते हुए पराली को न जलाएं। जिला कृषि अधिकारी ने अब तक 20 से ज्यादा किसानों को पराली जलाते पकड़ा है और उनके खिलाफ थानों में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि प्रशासन की सख्ती के बावजूद भी किसान नहीं मान रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने किसानों से शपथ पत्र लेने शुरू कर दिए हैं। उधर करहल ब्लॉक के सैकड़ों किसानों ने प्रशासन से मिलकर भरोसा दिया है कि अब वह भविष्य में पराली नहीं जलाएंगे और जो किसान पराली जलाएगा, उनकी प्रशासन से शिकायत दर्ज की जायेगी।