गूगल ने गुरुग्राम की बच्ची की पेंटिंग को बनाया डूडल (15आरएस23)
गूगल के होम पेज पर हरियाणा के गुरुग्राम की सात वर्ष की छात्रा दिव्यांशी सिंघल की पेंटिंग बाल दिवस पर डूडल के रूप में छाई रही। पिछले दिनों दिव्यांशी ने ऑनलाइन प्रतियोगिता में गूगल डूडल के लिए यह पेंटिंग बनाई थी। इसमें दिव्यांशी ने प्रदूषण से पर्यावरण पर पड़ रहे असर को दर्शाया था। शहर के सेक्टर-51 में रहने वाली दिव्यांशी ने डूडल में पेड़-पौधों को जूते पहनाकर चलते हुए दिखाया और इसे ‘वॉकिंग ट्री' का नाम दिया। दिव्यांशी ने बताया कि वर्तमान में प्रदूषण से तो पर्यावरण पर असर पड़ ही रहा है, बढ़ते शहरीकरण और विकास के नाम पर भी पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है। इन चित्र में उन्होंने यह दर्शाया है कि यदि पेड़ों के पास अपने पैर होते तो वे प्रदूषण से बचकर कहीं शुद्व वातावरण वाले स्थान पर चले जाते। इस तरह वे विकास की भेंट चढ़ने से भी बच जाते। दिव्यांशी सेक्टर-45 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में दूसरी की छात्रा है। उनकी माता दीप्ति सिंघल ने बताया कि उसे पेड़-पौधों से बेहद लगाव है। उन्होंने बताया कि सितंबर में ब्राजील के अमेजन के जंगलों में लगी आग में जले पेड़ों की घटना से दिव्यांशी काफी आहत थी। गूगल की ओर से हर साल 14 नवंबर को डूडल फॉर गूगल प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस साल इस प्रतियोगिता की थीम ‘वेन आई ग्रो, आई होप' रखी गई थी। प्रतियोगिता का आयोजन अगस्त और सितंबर माह के बीच हुआ था। दिव्यांशी की ओर से यह डूडल बनाकर सितंबर में गूगल को ऑनलाइन जमा कराया गया था।
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गूगल ने गुरुग्राम की बच्ची की पेंटिंग को बनाया डूडल