ज्यादा पसीना आना किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। कुछ खास तरह के बैक्टीरिया के इंफेक्शन की वजह से भी ज्यादा पसीना आ सकता है। इसमें हार्ट वॉल्व में सूजन, हडि्डयों से जुड़े इंफेक्शन के साथ ही एचआईवी इंफेक्शन भी हो सकता है। जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें और उनके बताए टेस्ट जरूर करवाएं, ताकि सही कारण पता चल सके। बिना किसी काम और एक्सर्साइज के सामान्य से अधिक पसीना आना हृदय की समस्याओं की पूर्व चेतावनी के संकेत हो सकते हैं। दरअसल अवरुद्ध धमनियों के माध्यम से खून को दिल तक पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे अतिरिक्त तनाव में शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए अधिक पसीना आता है। पसीना आने की प्रक्रिया का संबंध केवल बाहरी नहीं, आंतरिक कारकों से भी होता है। चिंता, डर और तनाव आदि में भी त्वचा से पसीना निकलता है। यौवनावस्था शुरू होने पर शरीर में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों के कारण शरीर में करीब 30 लाख पसीने वाली ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं। ऐसा सभी के साथ होता है। लेकिन हाइपरहाइड्रोसिस से पीड़ित व्यक्तियों को सामान्य लोगों से अधिक पसीना आता है। यूं तो पसीना आना एक सामान्य स्थिति है, लेकिन जब यह अधिक मात्रा में आता है, तो इससे इंसान शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से असहज हो जाता है। इस स्थिति पर लोगों का जल्दी ध्यान भी नहीं जाता और कुछ लोग इसके लिए गंभीर भी नहीं होते।
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ज्यादा पसीना आना किसी बड़ी बीमारी का संकेत -हो सकता है हार्ट वॉल्व में सूजन, हडडी एवं एचआईवी का इंफेक्शन