सोने के मंदिर में रहेंगे रामलला
नई दिल्ली (ईएमएस)। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण होने तक रामलला को तिरपाल में नहीं रहना पड़ेगा। उनके लिए सोने के मंदिर की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर निर्माण में जितना समय लगेगा, तब तक उनके लिए स्वर्ण मंदिर की व्यवस्था होगी। मेरठ से इसकी शुरुआत करते हुए यहां इसके लिए समिति का गठन भी कर दिया गया है। रविवार को यह बात जगदगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने जादूगर बाग स्थित श्रीकृष्णबोध दंडी आश्रम में पत्रकारों के समक्ष कही। आश्रम में आने से पहले सम्राट पैलेस स्थित राज राजेश्वरी मंदिर में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज पहुंचे। यहां लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण कब तक होगा यह तो राम ही जानें, कोई भी इसका जवाब नहीं दे सकता। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह से मकान बनाने से पहले आर्किटेक्ट और निर्माण सामग्री की पूरी जानकारी एकत्र की जाती है। ठीक उसी तरह पूरा खाका तैयार करने में समय लगेगा। अब ऐसी स्थिति में निर्माण का समय बताना ठीक नहीं है। यदि कोई मंदिर निर्माण का समय बता रहा है तो वह समझ से परे है। पुराना ट्रस्ट ही संभालेगा व्यवस्था अयोध्या प्रकरण में रामालय न्याय ट्रस्ट के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि मंदिर बनने में दो या चार साल जो भी समय लगेगा, तब तक रामलला के लिए स्वर्ण मंदिर में बैठाने की व्यवस्था की जा रही है। सरकार के ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण के सवाल पर स्वामी जी ने कहा कि यह गलत बात फैलाई जा रही है, पुराने जिम्मेदार ट्रस्ट को ही दायित्व देने की बात कही गई है। नया ट्रस्ट बनाने की बात कतई नहीं है।
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