सड़कों से 100 करोड़ टन धूलकण पैदा हो रहे
दिल्ली में दमघोंटू प्रदूषण के लिए वैसे तो कई कारण जिम्मेदार हैं। लेकिन, दिल्ली की सड़कों से उड़ने वाली धूल भी इसके लिए कम जिम्मेदार नहीं है। नीति आयोग और सीआईआई टास्क फोर्स की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली की सड़कों से प्रतिदिन सौ टन से भी ज्यादा पीएम 10 और पीएम 2.5 धूलकण निकलकर वायुमंडल में पहुंचते हैं। यह किसी भी स्रोत से होने वाले प्रदूषण की तुलना में सर्वाधिक है। ‘एक्शन प्लान फॉर क्लीन इंडस्ट्री' रिपोर्ट के एक दस्तावेज के अनुसार दिल्ली में प्रतिदिन सड़कों से 79.6 टन पीएम 10 और 22.2 टन पीएम 2.5 उत्पन्न होता है। कुल 101.8 टन सू्क्ष्मकण सड़कों से पैदा होते हैं। वजह सड़कों का टूटा होना, कच्चा होना तथा आसपास के क्षेत्र का कच्चा होना। इसके चलते वाहनों के चलने और हवा के कारण धूलकण वायुमंडल में पहुंचते हैं। रिपोर्ट के अनुसार यह प्रदूषण किसी और तरीके से होने वाले प्रदूषण की तुलना में सर्वाधिक है। इस धूल को रोकना सबसे आसान है। सड़कों को पक्का करके तथा उसके आसपास के क्षेत्र को कवर करके इस धूल को रोका जा सकता है। लेकिन, सिर्फ लुटियन जोन में ही ऐसे इंतजाम हैं। बाकी दिल्ली में नहीं।
नेशन रीजनल नार्थ
सड़कों से 100 करोड़ टन धूलकण पैदा हो रहे