प्यूमा ने अडीडस को पछाड़ते हुए भारत के सबसे बड़े स्पोर्ट्सवियर रिटेलर के रूप में अपनी छवि बनाई है। प्यूमा ने दिसंबर 2018 तक 12 महीनों में 1,157 करोड़ रुपये की बिक्री की है, जबकि एक साल पहले 958 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी। बता दें कि दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा बाजार है जहां जर्मन स्पोर्ट्स लाइफस्टाइल ब्रैंड ने नाइक और अडीडस को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, यह कंपनी कैलेंडर इयर जनवरी-दिसंबर के मुताबिक चलती है, जबकि नाइक और अडीडस जैसे दूसरे ब्रैंड वित्त वर्ष, अप्रैल-मार्च को फॉलो करते हैं। प्यूमा के सीईओ यॉर्न गुलडन ने इससे पहले एक इंटरव्यू में बताया था कि 2016 में भारत कंपनी के लिए टॉप 8 मार्केट में था और 2020 तक यह टॉप 5 में हो सकता है। प्यूमा इंडिया के एमडी अभिषेक गांगुली ने कहा, 2018 हमारे लिए बहुत अच्छा साल रहा है। वैश्विक रूप से ब्रैंड में बहुत तेजी आई है। हम स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस और स्पोर्ट्स स्टाइल कैटिगरी में शानदार प्रगति कर रहे हैं। प्यूमा की सफलता एथलेजर ट्रेंड की पृष्ठभूमि के बावजूद है, जिसने स्पोर्ट्सवियर मार्केट को अपने गिरफ्त में ले लिया है। जब दूसरी कंपनियां परफॉर्मेंस और टेक्नॉलजी की दिखाती हैं, प्यूमा स्टाइल पर फोकस करता है जो इसके प्रॉडक्ट्स को कैजुअल ड्रेस पहनने वालों के लिए आकर्षक बनाता है। यह ग्लोबल ब्रैंड ऐंबैसडर्स की भी पसंद है, जिनमें विक्टोरिया की सीक्रेट मॉडल एडरियना लिमा और सिंगर सेलेना गोमेज भी शामिल हैं।
कंपनी की तेज ग्रोथ के लिए गांगुली ने विमिन कैटिगरी और डायरेक्ट टु कंज्यूमर ई-कॉमर्स बिजनस को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा, विमिन सेगमेंट हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है। भारतीय महिलाओं के लाइफस्टाइल में क्रांतिकारी बदलाव आ रहे हैं, उनकी खरीदारी का तरीका भी बदल रहा है। वेबसाइट से हमारी बिक्री तीन गुना बढ़ गई है। कंपनी ने हाल ही में बॉक्सर मैरी कॉम को ब्रैंड ऐंबैसडर बनाया है, प्यूमा ने भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली के साथ 100 करोड़ रुपये की डील की है। कोहली ने कंपनी के साथ वन8 ब्रैंड स्थापित किया है। लॉन्च के पहले ही साल में 100 करोड़ रुपये की बिक्री हुई है।
स्पोर्ट्सवियर ब्रैंड्स में प्यूमा के अलावा, अडीडस और अमेरिकी ऐथलेटिक फुटवियर ब्रैंड स्कैचर्स ने ही पिछले सालों में वृद्धि के मजबूत संकेत दिए हैं। वहीं अडीडस ने 2017-18 में 1,132 करोड़ रुपये की बिक्री की, जबकि 2016-17 में इसने 1,100 करोड़ रुपये की बिक्री की थी। हालांकि, अडीडस की ही कंपनी रीबॉक की बिक्री 2016-17 के 416 करोड़ रुपये से घटकर 2017-18 में 391 करोड़ रुपये रह गई। घरेलू बाजार में अपेक्षाकृत नई कंपनी स्कैचर्स इस अवधि में 440 करोड़ रुपये की बिक्री की, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में यह आंकड़ा 282 करोड़ रुपये था। पिछले सप्ताह, कंपनी ने भारत में अपना ऑपरेशन स्वतंत्र रूप से चलाने की योजना की घोषणा की और भारतीय जॉइंट वेंचर में फ्यूचर ग्रुप प्रमोटर्स की 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। अमेरिकी स्पोर्ट्सवियर कंपनी नाइक ने 828 करोड़ रुपये की बिक्री की, जबकि इससे पिछले साल में कंपनी ने 807 करोड़ रुपये का माल बेचा।
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भारत का टॉप स्पोर्ट्सवियर ब्रैंड बना प्यूमा, अडीडस को पीछे छोड़ा