मप्र महापौर परिषद के बैनर तले गत दिनों पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर बैठक हुई। बैठक में चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार भाजपा के जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रही है। उनके अधिकारों को कुचला जा रहा है। इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अभी सरकार को ढाई माह भी पूरे नहीं हुए और भाजपा के लोग परेशान हो रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर प्रदेश के 11 महापौरों ने करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की। बैठक में पहले निर्णय लिया गया कि आगामी 6 मार्च को शहर में भाजपा के सभी महापौर, नपा अध्यक्ष और पार्षद प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। बैठक में महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि भाजपा के चुने गए जनप्रतिनिधियों को परेशान किया जा रहा है। मालूम हो कि गत दिनों भाजपा के 13 महापौरों ने मप्र महापौर परिषद के बैनर तले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह व प्रदेश संगठन मंत्री सुहास भगत से मिलकर आपबीती सुनाई।
दरअसल, बीते 21 फरवरी को मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने प्रदेश सरकार पर प्रोटोकॉल का पालन न करने व अपमान का आरोप लगाया था। इसके साथ ही ग्वालियर व छिंदवाड़ा के महापौर को पद से हटाने नोटिस भी भेजा गया था। इस बारे में महापौर परिषद मप्र के अध्यक्ष आलोक शर्मा का कहना है कि भाजपा जनप्रतिनिधियों के लिए प्रोटोकॉल तक का पालन नहीं किया जा रहा है। कई निगमायुक्त कांग्रेसी प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं। इंदौर महापौर मालनी गौड ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद कई दिक्कतें सामने आ रही हैं। डेढ़ करोड़ से अधिक विकास कार्य का भूमिपूजन के लिए प्रदेश सरकार से अनुमति का दवाब किसलिए। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि अब लोकतंत्र ही नहीं बचा। सब कुछ कमलनाथ और कांग्रेस मिलकर तय करना चाहती है। अब हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।
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भाजपा के जनप्रतिनिधियों का हो रहा अपमान: शिवराज सिंह