नजरबंद 34 नेताओं से विधायक हॉस्टल में मिले परिजन, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
। अनुच्छेद-370 हटने के बाद से नजरबंद 34 नेताओं से बुधवार को उनके परिवार वाले श्रीनगर में एमएलए हॉस्टल में मिलने पहुंचे। इस दौरान एमएलए हॉस्टल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कडी़ कर दी गई है। रिश्तेदारों और परिचितों को सप्ताह में दो बार उनसे मिलने की अनुमति है। बता दें कि सेंटूर होटल में बंद 34 राजनीतिक बंदियों को रविवार को एमएलए हॉस्टल में शिफ्ट किया गया था। इन 34 में से अधिकांश पूर्व विधायक और मंत्री हैं। स्थानांतरित किए गए लोगों में अली मोहम्मद सागर और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुबारक गुल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नईम अख्तर और निजामुद्दीन भट, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन और आईएएस बने राजनेता शाह फैशल शामिल हैं। पिछले हफ्ते पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा को मौलाना आजाद रोड पर सरकारी सुविधा के लिए ज़बरवान हिल्स पर चेशमा शाही हट और उप-जेल से स्थानांतरित किया गया था। दो अन्य जेलों में बंद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला अपने-अपने सब-जेल में बंद हैं। फारूक अपने गुपकार घर पर नजरबंद है, जबकि बेटा उमर हरि निवास गेस्टहाउस में है। इस बीच, अति सुरक्षित एमएलए हॉस्टल उग्रवाद के शुरुआती वर्षों के दौरान घाटी में राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र था, जिसकी स्थापना 1990 में कई वरिष्ठ भारत समर्थक राजनेताओं ने कश्मीर से भागने के लिए की थी।
नेशन रीजनल नार्थ
नजरबंद 34 नेताओं से विधायक हॉस्टल में मिले परिजन, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी