भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उम्मीद जताई है कि भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व सूझबूझ से काम लेते हुए जल्दी ही आर्थिक विकास की ओर वापस लौटेंगे। इस दौरान उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रथम पीवी नरसिंह राव राष्ट्रीय नेतृत्व एवं आजीवन उपलब्धि पुरस्कार दिया। तीन मूर्ति भवन में अपने संबोधन के दौरान मनमोहन सिंह ने कहा मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों देशों का नेतृत्व सूझबूझ से काम लेगा तथा हम आर्थिक विकास में फिर लगेंगे जो भारत एवं पाक की आधारभूत आवश्यकता है। पुरस्कार के लिए उन्होंने गैर सरकारी संगठन इंडिया नेक्सट को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पुरस्कार उन्हें वर्षों तक प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा मैं इस सम्मान के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। यह मेरे लिए विशेष दिन है।
यह ऐसा दिन है जब हमारा देश आपसी आत्म विनाश की पागल दौड़ के कारण एक अन्य संकट में उलझ गया है। यह दौड़ भारत एवं पाकिस्तान, दोनों देशों में चल रही है। सिंह ने कहा हमारी मूलभूत समस्या बढ़ती गरीबी, रोगों से छुटकारा पाना है। इनसे दोनों देशों के लाखों नागरिक अभी तक पीड़ित हैं। मनमोहन सिंह और प्रणब मुखर्जी ने यह उम्मीद जताई कि अभी तक राव का जिस तरह से आकलन हुआ है, उसके मुकाबले इतिहास उनका बेहतर ढंग से आकलन करेगा।
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सूझबूझ से काम लेते हुए आर्थिक विकास पर ध्यान दें भारत-पाक : मनमोहन