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वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जन आंदोलन की जरूरत : प्रकाश जावड़ेकर -लोकसभा में बोले पर्यावरण मंत्री- बीजिंग से भी कम समय में दिल्‍ली में घटा देंगे वायु प्रदूषण 

वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जन आंदोलन की जरूरत : प्रकाश जावड़ेकर -लोकसभा में बोले पर्यावरण मंत्री- बीजिंग से भी कम समय में दिल्‍ली में घटा देंगे वायु प्रदूषण 

वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जन आंदोलन की जरूरत : प्रकाश जावड़ेकर
-लोकसभा में बोले पर्यावरण मंत्री- बीजिंग से भी कम समय में दिल्‍ली में घटा देंगे वायु प्रदूषण 
 केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर लोकसभा में बताया कि  वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जन आंदोलन की जरूरत है। यह कोई राजनीतिक सवाल नहीं है। इससे हम सभी को मिल कर निपटना है और इसके लिए सतत प्रयास जरूरी है। राजधानी दिल्‍ली में वायु प्रदूषण को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोकसभा में कहा कि बीजिंग को वायु प्रदूषण से निपटने में 15 साल लगे हम इससे भी कम समय में दिल्‍ली में वायु प्रदूषण कम कर देंगे। पर्यावरण मंत्री ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब शुक्रवार को दिल्‍ली में हवा की गुणवत्‍ता एक बार फिर से 'बहुत खराब' हो गई है। लोकसभा में वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन पर नियम 193 के तहत हुई चर्चा का जवाब देते हुए जावड़ेकर ने कहा, इससे हम सभी को मिल कर निपटना है और इसके लिए सतत प्रयास जरूरी है।’
जावड़ेकर दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में वायु प्रदूषण के बारे में सदस्यों की चिंताओं पर जवाब दे रहे थे। उधर, शुक्रवार को दिल्‍ली में हवा की गुणवत्‍ता एक बार फिर से 'बहुत खराब' हो गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक दो दिनों में हवा की गति तेज होगी और स्थिति में थोड़ा सुधार होगा। हवा की गुणवत्‍ता 25 नवंबर को फिर से खराब हो सकती है। दोपहर दो बजे दिल्‍ली का एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स 360 रहा। रोहिणी इलाका सबसे प्रदूषित रहा। यहां एक्‍यूआई 416 रहा।
ज्ञात हो कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के लिए मंगलवार को लोकसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए शहर के भाजपा सांसदों ने कहा था कि वह अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोकसभा में नियम 193 के तहत प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के दौरान भाजपा सदस्यों ने कहा था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पड़ोसी राज्यों में पराली जलाया जाना नहीं, बल्कि यहां वाहनों से निकलने वाला धुआं और निर्माण गतिविधियां हैं। भाजपा सदस्य परवेश वर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह ऐसे मास्क बांट रहे हैं जिसके बारे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का दावा है कि ये प्रदूषण से नहीं बचा सकते। उन्होंने आरोप लगाया, ‘दिल्ली सरकार ने 50 लाख मास्क बांटे। लेकिन कोई निविदा जारी नहीं की गई। यह एक बहुत बड़ा घोटाला है।’ भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि प्रदूषण के मामले पर आरोप-प्रत्यारोप और सस्ती राजनीति नहीं होनी चाहिए। 
 

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