दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन ने कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच दूसरी शिखर वार्ता के अचानक समाप्त हो जाने के बावजूद इसमें ‘सार्थक प्रगति हुई है। मून ने जापान के औपनिवेशिक शासन के 100 साल पूरे होने पर अपने कहा, दोनों नेताओं की विस्तार से बातचीत हुई, आपसी समझ बढ़ी तथा भरोसा कायम हुआ। दोनों देशों के बीच हनोई शिखर वार्ता बेनतीजा रहने से मून को काफी निराशा हुई है। दरअसल बातचीत शुरू होने की प्रक्रिया में मून ने ही पहल की थी और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के लिए इस शिखर वार्ता को उन्होंने ‘‘उल्लेखनीय सफलता’’करार दिया था। उन्होंने कहा कि सियोल दक्षिण कोरिया के पर्यटन को उत्तर के कुमगांग तक दोबारा शुरू करने तथा केसोंग औद्योगिक परिसर के परिचालन के संबंध में अमेरिका से विचार विमर्श करेगा। मून के आशावादी रवैये के विपरीत दक्षिण कोरिया में कुछ लोगों का मानना है कि अमेरिका-उत्तर कोरिया के बीच अब कोई शिखर वार्ता नहीं होगी।