टमाटर चाहिए तो पीओके दो और माफी मांगो
झाबुआ के 150 किसानों ने भेजा पाक पीएम को पैगाम
पाकिस्तान में टमाटर के लिए आजकल मारामारी मची हुई है। आसमान छू रहे टमाटर के भावों के बावजूद आम लोगों को टमाटर मयस्सर नहीं हो पा रहे हैं। पाकिस्तान में टमाटर के भाव 400-500 रुपए किलो चल रहे है, इतनी अधिक कीमत के बावजूद टमाटर की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो रही है। भारत से टमाटर की आपूर्ति बंद करके पाकिस्तान ईरान से महंगे टमाटर मंगा रहा, इसके बावजूद पाकिस्तानी अवाम को टमाटर नहीं मिल पा रहे हैं। इस बीच झाबुआ जिले के पेटलावद के 150 से अधिक किसानों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को टि्वटर और डाक विभाग के जरिए पैगाम भेजा है। उन्होंने कहा है कि इमरान खान पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) दो और हमारे टमाटर ले लो। किसानों ने पाकिस्तान से 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के लिए माफी की भी मांग की है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ट्वीट किया है। टि्वटर के जरिए भारतीय किसान यूनियन की झाबुआ जिला इकाई ने इमरान को कहा कि बाघा बार्डर से आपके देश में टमाटर जाते थे, लेकिन आतंकवादियों और आपकी सेना ने हमारे देश के निर्दोष लोगों पर हमले किए, आतंकवाद फैलाया, 26/11 व पुलवामा जैसे हमले करवाए। इसके बाद हमारे देश और हमने आपको टमाटर नहीं देने का फैसला लिया था।बीते दो दिनों की मीडिया रिपोर्ट में आपके देश में जनता की टमाटर को लेकर खराब हालत के बाद हम उत्पादक किसान इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि अगर पाकिस्तान भारत के दुश्मनों को हमारी सरकार को सौंप दे और अनधिकृत रूप से कब्जा किए कश्मीर (पीओके) को शांतिपूर्वक भारत को सौंप दे तो भारतीय किसान यूनियन झाबुआ जिला इकाई अपने जिले के उत्पादक किसानों को बैठाकर आपके देश में टमाटर भेजने पर विचार कर सकती है। सहमति बनने पर इस संबंध में भारत सरकार से निवेदन कर सकती है। किसानों ने आखिर में लिखा कि उम्मीद है कि हमारे इस प्रस्ताव पर आप गंभीरता से अपने देश के नागरिकों के हित में विचार करेंगे। पेटलावद क्षेत्र में 450 से अधिक किसान करीब 1600 हेक्टेयर क्षेत्र में टमाटर का उत्पादन करते हैं। प्रति बीघा 600 से 800 कैरेट का उत्पादन होता है। यदि पानी की अच्छी आपूर्ति हो तो उत्पादन 1000 से 1200 कैरेट तक भी पहुंच जाता है। पूरे सीजन में प्रति बीघा टमाटर उत्पादन में 50 से 75 हजार रुपए तक का खर्च आता है। इसमें दवा, मजदूरी, बीज, तार, बांस, सुतली, खाद, कैरेट, परिवहन आदि शामिल है। यहां के टमाटर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, रतलाम और गुजरात की मंडियों में बिक्री के लिए जाते हैं।पेटलावद के टमाटर चटख लाल रंग के होते हैं। खट्टे-मीठे स्वाद की वजह से पाकिस्तान में इसे बहुत पसंद किया जाता है। टमाटर का वजन 50 से लेकर 150 ग्राम तक होता है। यह टमाटर पहले दिल्ली मंडी, फिर वहां से पठानकोट के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता था। उल्लेखनीय है कि यहां के किसानों ने कई साल तक पाकिस्तान को टमाटर निर्यात कर काफी मुनाफा कमाया था। किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष महेंद्र हामड़ ने कहा 18 सितंबर 2016 को हुए उरी आतंकवादी हमले के बाद से किसान नाराज थे और पाकिस्तान टमाटर भेजना बंद कर दिया थे। इससे पहले करीब डेढ़ दशक से पाकिस्तान टमाटर यहां से भेजे जाते थे। अब फैसला पाक पीएम को करना है।
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टमाटर चाहिए तो पीओके दो और माफी मांगो