घाटी में बंद नेताओं ने पेश की जमानत अर्जी
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से करीब साढ़े तीन महीने तक बंद रहे कुछ राजनीतिक दलों के नेताओं को रिहा किए जाने के बाद अब अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के परिवार वालों की भी उम्मीद जागी है। श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल में नजरबंद नेताओं के परिवार वालों ने मजिस्ट्रेट के सामने जमानत अर्जी पेश की है। साथ ही तत्काल रिहाई की मांग की है। जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े क्षेत्रीय दल नेशनल कॉफ्रेंस के जनरल सेक्रेटरी अली मोहम्मद सागर के परिवार वालों ने संबंधित अधिकारियों के सामने उनकी रिहाई के लिए अर्जी पेश की है। इनके अलावा मजिस्ट्रेट के पास अन्य कई नेताओं के परिवार वालों ने भी अर्जी लगाई है। परिवारवालों ने बंद नेताओं की बिगड़ती सेहत का भी हवाला दिया है। बता दें कि जम्मू कश्मीर के पूर्व तीन मुख्यमंत्री डॉ. फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित अन्य कई नेताओं को पिछले करीब साढ़े तीन महीने से नजरबंद रखा गया है। डॉ. फारुख अब्दुल्ला को शांति के लिए खतरा बताते हुए उन्हें पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत उनके घर में ही नजराबंद रखा गया। जबकि अन्य नेताओं को कानून व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एहतियातन बंद रखा गया है।
रीजनल नार्थ
घाटी में बंद नेताओं ने पेश की जमानत अर्जी