शरद पवार से मिले अजित, कहा मैंने कभी पार्टी से विद्रोह नहीं किया
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए पिछले सप्ताह भाजपा को समर्थन देने वाले राकांपा नेता अजित पवार ने बुधवार को कहा कि वह अपनी पार्टी में बने रहेंगे और इसके बारे में भ्रम पैदा करने की कोई वजह नहीं है। उन्होंने कहा मैंने पार्टी से विद्रोह नहीं किया और न कभी करूंगा। अजित पवार ने कहा अभी मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है, मैं सही समय आने पर बोलूंगा। उन्होंने कहा मैंने पहले भी कहा था कि मैं राकांपा में हूं और मैं राकांपा में ही रहूंगा। भ्रम पैदा करने की कोई वजह नहीं है। अपने चाचा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के ‘सिल्वर ओक’ आवास पर मंगलवार देर रात जाने के बारे में अजित पवार ने कहा अपने नेता से मुलाकात करना मेरा अधिकार है। पुणे की बारामती सीट से 1.65 लाख मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले राकांपा विधायक अजित पवार ने अपनी पार्टी और परिवार को अचंभे में डाल दिया था, जब उन्होंने भाजपा से हाथ मिलाते हुए देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली सरकार में उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। उसी दिन राकांपा ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था, हालांकि वह पार्टी सदस्य बने रहे।
अजित पवार ने मंगलवार को निजी वजहों का हवाला देते हुए उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद फड़नवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। फड़नवीस ने कहा वह राकांपा के सहयोग से सरकार बनाना चाहते थे और अजित पवार के उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब सरकार बनाने की संभावना खत्म हो चुकी है।