महाराष्ट्र में नई सरकार आने से बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अधर में
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना जैसी प्रमुख परियोजनाओं पर महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नई सरकार में संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दरअसल शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कयांडे ने कहा कि महाराष्ट्र की सत्ता में आने वाला गठबंधन नानार तेल रिफाइनरी को भी खत्म कर देगा और मुंबई की आरे कॉलोनी से और पेड़ नहीं काटे जाएंगे. इसके बजाय सरकार किसानों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करेगी जो प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है. कई पेड़ मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने काट दिए हैं. अब एक भी पेड़ नहीं कटेगा. उद्धव ठाकरे ने कहा- यह सरकार लोगों के लिए काम करेगी.' मनीषा ने कहा कि 'नानार परियोजना के संबंध में अब तक कुछ भी नहीं बदला है. जहां तक मैं जानती हूं कि इसका फैसला हो चुका है और इसे बंद कर दिया गया है. जहां तक बुलेट ट्रेन का संबंध है, हमने पहले भी तय किया था अगर इतने सारे लोगों को इतना नुकसान हो रहा है तो हमें इससे आगे क्यों जाना चाहिए?' सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'अगर परियोजना को आगे बढ़ना है, तो केंद्र को इसका पूरा खर्च उठाना चाहिए. बुलेट ट्रेन परियोजना का खर्च महाराष्ट्र वहन नहीं करेगा.' वहीं एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया राज्य की नई गठबंधन सरकार केंद्र को सूचित करेगा कि वह परियोजना की लागत को वहन नहीं करेगा. बुलेट ट्रेन से हटकर किसानों की ओर ध्यान केंद्रित करने के फैसले का वे किसान स्वागत करेंगे, जिन्होंने इस साल लाखों एकड़ फसलें खो दीं, और जो बाढ़ में खराब हो गईं.'
नेशन रीजनल वेस्ट
महाराष्ट्र में नई सरकार आने से बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अधर में