राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा महिलाएं अपनी ताकत को पहचानें
यूपी की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें तभी ‘सशक्त महिला-सशक्त भारत' का सपना साकार होगा। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने गुरुवार को निरालानगर स्थित सरस्वती कुंज के माधव सभागार में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में ‘सशक्त महिला समर्थ भारत' विषय पर आयोजित गोष्ठी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में महिलाओं को मां, बहन, पुत्री और पत्नी के रूप में सम्मान दिया जाता है। सिर्फ सम्मान देने और परम्परा को निभाने से महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास नहीं हो सकता। महिलाओं में देश और समाज के विकास को आगे ले जाने की शक्ति है,बस जरूरत इस बात की है कि वे अपनी शक्ति को पहचाने और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर दिया जाये।
उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को अपनी ताकत पहचानकर उन्हें बेटे और बेटी में भेदभाव के अंतर को अपने दिमाग से निकालना होगा। इसके लिये जरूरी है कि वे बेटियों को जन्म देने तथा कन्या भ्रूण हत्या का विरोध करने का साहस दिखायें तभी महिलाओं का सशक्तिकरण हो सकेगा। श्रीमती पटेल ने कहा कि जब मैं विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में जाती हूँ और गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली बच्चियों को देखती हूँ तो सोचती हूँ कि वे माता-पिता कितने सौभाग्यशाली हैं, जिन्होंने ऐसी बेटियों को जन्म दिया।
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