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बालाकोट एयर स्ट्राइक के बावजूद भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंक के खिलाफ उसकी जंग जारी रहेगी। इससे पाकिस्तान की नीदें उड़ी हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि अभी पायलट प्रोजेक्ट पूरा हुआ है। अभी तो केवल रिहर्सल थी। अब असली प्रोजेक्ट होगा। उनके इस बयान को पाकिस्तानी सरजमीं पर चल रही आतंकी गतिविधियों को खत्म करने के लक्ष्य से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री का इशारा पाकिस्तानी से संचालित होने वाली आतंकी संगठनों पर आगे भी कार्रवाई जारी रखने का है। यही वजह है कि उनके बयान से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। पाकिस्तान को समझ नहीं आ रहा है कि पहले जमीन से और अब हवा से सर्जिकल स्ट्राइक कर चुका भारत, आगे पता नहीं कौन सा कदम उठाएगा। यही वजह है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार शांति का राग अलाप रहे हैं।
दूसरी तरफ उनकी सेनाएं जम्मू-कश्मीर से लगी सीमाओं पर लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रही हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां भी लगातार जारी हैं। पुलावामा आतंकी हमले के बाद भी पिछले दो सप्ताह में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की आतंकियों से मुठभेड़ की कई घटनाएं हो चुकी हैं। शुक्रवार सुबह भी सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी पहले भी आतंकवाद को लेकर अपने इरादे जाहिर कर चुके हैं। कुछ दिन पूर्व उन्होंने नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में इस्कॉन मंदिर में दुनिया की सबसे बड़ी 800 किलो की भगवत् गीता का विमोचन किया था। इस अवसर पर भी उन्होंने कुरुक्षेत्र में हुए महाभारत के अमर संदेश को दोहराते हुए कहा था कि इंसानियत के दुश्मनों से इस पृथ्वी की रक्षा करने के लिए प्रभु श्रीकृष्ण की शक्ति हमारे साथ सदैव रहती है। दुष्ट आत्माओं और असुरों को हम यह संदेश पूरे यकीन के साथ देना चाहते हैं कि उनका संहार निश्चित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों से साफ है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई को आगे भी जारी रखेगा। भारत काफी समय से पाकिस्तान की सरजमीं पर चलने वाले आतंकी शिविरों को लेकर आरोप लगाता रहा है। हर बार भारत की इस आवाज को पाकिस्तान के बहानों के आगे अनसुना कर दिया जाता था। उरी और पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं द्वारा पाकिस्तान में घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक और केंद्र सरकार की कूटनीतिक पहल ने भारत की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूत कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय दबाव की वजह से ही पाकिस्तान बिना किसी शर्त विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को छोड़ने के लिए तैयार हो गया और शांति का राग अलाप रहा है।पुलवामा हमले के बाद आतंकवाद के मोर्चे पर भारत को जिस तरह से अन्य देशों का समर्थन प्राप्त हुआ है, उससे सरकार का जोश हाई है। लिहाजा भारत ने अपना रुख साफ कर दिया है कि देश के दुश्मन चाहे जहां भी हों, वह घुसकर उन्हें मारेगा।
उन्हें किसी भी सूरत में भारत छोड़ने वाला नहीं हैं। मालूम हो कि भारत के सबसे बड़े दुश्मन और मोस्ट वांटेड, पाकिस्तान की पनाह में हैं। इनमें जैश-ए-मुहम्मद चीफ मसूद अजहर, हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैय्यद सलाहुदीन, लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद और अंडरवर्ल्ड डॉन व मुंबई आतंकी हमले का मास्टर माइंड दाऊद इब्राहिम शामिल है। प्रधानमंत्री के बयान ‘पायलट प्रोजेक्ट पूरा हुआ, अब असली होगा’ का मतलब निकाला जा रहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बारी अब पाकिस्तान में छिपे हुए देश के मोस्ट वांटेड पर कार्रवाई करने की है। अगर पाकिस्तान ने इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की तो भारत इन आतंकियों को पाकिस्तान में घुसकर मारने से पीछे नहीं हटेगा। कुछ दिन पहले वित्तमंत्री अरूण जेटली ने भी सार्वजनिक तौर पर कहा था कि जब अमेरिका एबटाबाद (पाकिस्तान) में घुसकर अल-कायदा चीफ ओसामा बिन लादेन को मार सकता है तो भारत अपने दुश्मनों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई क्यों नहीं कर सकता, जबकि भारत ऐसा करने में सक्षम है। मालूम हो कि भारत-पाक के बीच दो सप्ताह से बनी तनावपूर्ण स्थिति के बाद एक तरफ पाकिस्तान जहां बैकफुट पर है, वहीं भारत अब भी फ्रंटफुट पर मुकाब
आतंक के खिलाफ भारत की जंग जारी रहेगी -पाक में बैठे आकाओं पर कार्रवाई बंद नहीं करेगा भारत