मुझे खराब स्वास्थ्य के कारण अयोध्या केस से हटाए जाने की बात पूरी तरह बकवास : राजीव धवन
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुस्लिम पक्ष की ओर से पेश होने वाले वकील राजीव धवन को इस मामले से हटा दिया गया है। राजीव धवन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस बारे में कि अरशद मदनी ने संकेत दिए हैं कि मुझे खराब स्वास्थ्य के कारण हटाया गया है। यह पूरी तरह से बकवास है। एडवोकेट राजीव धवन अयोध्या मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड और अन्य मुस्लिम पार्टी की ओर से पेश हुए थे। अब राजीव धवन ने सोशल मीडिया पर लिखा है, 'जमीयत का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील एजाज मकबूल (ऑन रेकॉर्ड) द्वारा मुझे बाबरी केस से हटा दिया गया है। मैंने बिना कोई आपत्ति जताई इस कार्रवाई को स्वीकार करने का पत्र भेज दिया है।'
ज्ञात है कि अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ एक मुस्लिम पक्षकार ने सोमवार को रिव्यू पिटिशन दाखिल की। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद असद रशीदी की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन रामलला को सौंपने और मस्जिद के लिए दूसरी जगह 5 एकड़ जमीन देने के फैसले में खामियां हैं। अदालत ने माना था कि विवादित जगह पर मस्जिद को तोड़ा जाना गलत था, फिर भी हिंदू पक्षकार को जमीन दे दी गई। पूर्ण न्याय के लिए वहीं बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने का आदेश दिया जाना चाहिए था। याचिका दाखिल करने के बाद मीडिया से बातचीत में मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट अयोध्या पर दिए अपने फैसले को बरकरार रखता है तो जमीयत उसे मानेगी। वहीं, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी ने कहा कि इस मामले में एआईएमपीएलबी 9 दिसंबर से पहले पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा।