स्टाइलिश मोबाइल फोन के इस दौर में फोल्ड होने वाले मोबाइल को लेकर बढ़ रहे क्रेज के चलते अब कंपनियां इस योजना पर जुट गई हैं। वर्ष-2019 की शुरुआत में ही पहले सैमसंग और फिर हुवावे ने फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च करते हुए नई टेक्नॉलजी वाले फोन्स की शुरुआत कर दी है। टीसीएल और रॉयल के अलावा मोटोरोला भी अपने रेजर स्मार्टफोन को फोल्डेबल डिवाइस के तौर पर लॉन्च करना वाला है। ऐसे में टेक जायंट ऐपल पीछे नहीं रहना चाहता। खास बात यह है कि इस साल आने वाले आई-फोन11 के बारे में कोई डीटेल्स सामने नहीं आए थे और अब कयास लग रहे हैं कि यह भी फोल्डेबल हो सकता है।
इंडस्ट्री के विश्लेषकों का मानना है कि ऐपल एक सीक्रेट प्रॉजेक्ट के तहत मुड़ने वाले स्क्रीन्स की टेस्टिंग कर रहा है और फोल्डेबल आई-फोन लॉन्च कर सकता है। एक विशेषज्ञ बेन वुड के मुताबिक, ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि ऐपल अपने डिजाइन लैब्स में फ्लैक्सिबल डिस्प्ले पर कई साल से प्रयोग कर रहा है। हालांकि बेन ने साफ किया कि ऐपल ऐसी कटिंग-एज टेक्नॉलजी लाने वाला पहला ब्रैंड शायद बन पाएगा क्योंकि वह हर तरह के टेस्ट के बाद इसके बेहतर होने का इंतजार करेगा। बेन ने बताया, 'यह बात पक्की है कि ऐपल हाल ही में लॉन्च हुए सैमसंग और हुवावे के स्मार्टफोन्स को आधार बनाते हुए समझेगा कि वह फोल्डेबल स्मार्टफोन्स को कैसे बेहतर बना सकता है और आई-फोन में क्या फीचर्स जोड़ सकता है। इस बारे में अब भी विशेषज्ञ अपनी राय नहीं बना पाए हैं कि फोल्डेबल स्मार्टफोन्स कितने सफल होंगे। इसके पीछे आइडिया यह है कि आप टैबलेट के साइज की बड़ी स्क्रीन साथ लेकर चल सकेंगे जो मोबाइल की तरह पॉकेट में फिट हो पाएगी। हालांकि अब तक लॉन्च हुए फोल्डेबल स्मार्टफोन्स की कीमत बहुत ज्यादा है क्योंकि हाई क्वालिटी डिस्प्ले वाली स्क्रीन्स के लिए मुड़ना मुश्किल और महंगा है। सैमसंग गैलेक्सी फोल्ड और हुवावे मेट एक्स के मुकाबले ऐपल का सबसे महंगा आईफोन एक्सएस भी सस्ता लगता है। ऐसे में साफ है कि फोल्डेबल गैजेट्स के आम यूजर्स तक आने में कुछ साल का वक्त लगेगा। ऐपल की ओर से भी इसे लेकर कोई कंफर्मेशन अब तक नहीं दिया गया है और शायद कंपनी अभी इंतजार करना चाहती है।
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ऐपल भी फोल्डेबल आईफोन11 की योजना को अंजाम देने में जुटा