सब्जियों के राजा का आलू का बदला मिजाज!
कोल्ड स्टोर में पड़ा आलू
जैसे-जैसे सब्जियों का राजा आलू शीतगृहों से कम होता जा रहा है। वैसे-वैसे इसके तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। करीब पिछले दो दिनों से आलू के भाव में खासा इजाफा हुआ है। अब तक जो आलू छह सौ रुपये से सात सौ रुपये तक बिक रहा था, अब वही आलू ग्यारह सौ से अधिक बिक रहा है। वैसे अब जिलेभर में अधिकतर शीतगृह खाली हो चुके हैं। वहीं चंद शीतगृहों में करीब पांच प्रतिशत आलू ही शेष रह गया है। ज्यादातर किसानों ने आलू की बुवाई के समय ही अपना आलू बेच दिया था, क्योंकि उन्हें आलू की बुवाई के लिए रुपयों की जरूरत थी। जिसकी मुख्य वजह पिछले कई सालों से किसानों को फसल का उचित भाव न मिल पाना रहा है। यही वजह रही कि किसान अपना आलू बुवाई के समय पांच सौ से छह सौ रुपये के भाव में ही बेच चुका था। अब जिन किसानों का आलू शेष रह गया है, वह फूले नहीं समां रहे हैं। खंदौली निवासी किसान राजपाल सिंह का कहना है कि उनके पास करीब आलू के एक हजार पैकेट हैं। अच्छा भाव मिलने के चलते इन्हीं पैकेटों से कहीं तक उनके घाटे की भरपाई हो सकेगी। वहीं आलू की खुदाई के समय आलू बेच चुके सेमरा निवासी किसान कमल सिंह चौहान का कहना है कि उन्होंने भी आलू शीतगृह में रख दिये होते तो आज अच्छी कीमत मिल सकती थी।
फिलहाल बाजार में भी पुराना आलू करीब 30 रुपये तो नया आलू इससे ज्यादा कीमत में बिक रहा है। अब आने वाले दिनों में आलू के दाम कितने और बढ़ेंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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