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हवाई हमले पर मारे गए आंतकियों की संख्या पर अमित शाह के बयान पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए सवाल

हवाई हमले पर मारे गए आंतकियों की संख्या पर अमित शाह के बयान पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए सवाल

भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए हवाई हमले में आतंकवादी मारे जाने की संख्या को लेकर अब राजनीतिक दलों में जंग छिड़ गई है। सियासी गलियारे में अब इस सवाल पर चर्चा शुरू हो गई है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में तरह-तरह के आंकड़ों के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि वायुसेना की एयर स्ट्राइक में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए।  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात स्थित अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा- 'पुलवामा हमले के बाद हर कोई यह सोच रहा था इस बार सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की जा सकेगी, अब क्या होगा? इसके बाद केंद्र में पीएम मोदी की सरकार ने हमले के 13वें दिन एयर स्ट्राइक की और 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए। वहीं अमित शाह के बयान पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब वायुसेना के अधिकारियों ने किसी भी तरह के आंकड़े को बताने से इनकार किया था, तो फिर अमित शाह इस तरह का बयान क्यों दे रहे हैं, क्या ये एयरस्ट्राइक को राजनीति से जोड़ना नहीं हुआ।
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम का कहना है कि हम सरकार के एयर स्ट्राइक के दावे पर भरोसा करने को तैयार हैं, लेकिन पहले ये बताइए कि एयर स्ट्राइक में 300 से 350 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि किसने की? पूर्व वित्तमंत्री ने सोमवार को ट्विटर के जरिये ये बातें कहीं। उन्होंने कहा- अगर सरकार चाहती है कि दुनिया पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में हुए वायुसेना के एयर स्ट्राइक पर भरोसा करे, तो सरकार को विपक्ष पर आरोप लगाने से बचना चाहिए। उधर मोदी सरकार के ही केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया का कहना है कि भारत के हमले का मकसद किसी शख्स को नुकसान पहुंचाना नहीं था। अहलूवालिया ने कहा कि भारत का उद्देश्य ये संदेश देना था कि वो दुश्मनों को घर में घुसकर मार सकता है।
सिलीगुड़ी में केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया ने बयान दिया, हमले का मकसद यह संदेश भेजना था कि अगर जरूरत पड़ी, तो भारत इस काबिल है कि वह पाकिस्तान में दाखिल होकर अपने दुश्मनों के ठिकानों को तबाह कर सकता है। हम नहीं चाहते किसी भी तरह का जानमाल का नुकसान हो। अपने इस बयान के बाद एस एस अहलूवालिया घिर गए। उनके बयान के वीडियो को सीपीआई(एम) ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए पूछा, क्या केंद्र सरकार अपने दावे से पीछे हट रही है, जिसमें उसने कहा है कि हवाई हमले में पाकिस्तान के बालकोट स्थित जैश के सबसे बड़े कैंप को बर्बाद कर दिया गया है? इस पर एसएस अहलूवालिया ने मीडिया से कहा, मुझसे पूछा गया था कि क्या मैं सरकारी बयान के साथ हूं या फिर भारतीय मीडिया की रिपोर्ट के साथ जिसमें 300 से 350 आतंकियों के मारे जाने की बात कही गई है। मैं मीडिया रिपोर्ट्स की जिम्मेदारी कैसे ले सकता हूं।

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