ससुरालवालों को जानवरों से बेहद प्यार है। वे स्ट्रीट डॉग्स को भी घर में रखते हैं और खाना खिलाते हैं। वे कुत्ते परिवार के सदस्यों के साथ खाना खाते हैं और सोते भी हैं। यह रवैया घर की बहू को पसंद नहीं था। इसका विरोध करने पर घरवालों ने बहू को ही घर से निकाल दिया। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से ऐसा मामला सामने आया है। ससुरालवालों का कहना था कि कुत्ते तो घर में ही रहेंगे, तुम्हें पसंद नहीं है तो तुम घर से निकल जाओ। यह कहकर ससुरालवालों ने अपनी बहू को घर से निकाल दिया। पीड़ित महिला ने ससुरालवालों के खिलाफ दिल्ली महिला आयोग में शिकायत दी है।
गाजियाबाद निवासी पीड़िता ने बताया कि दो साल पहले उसकी शादी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की एक कॉलोनी में हुई थी। शादी से पहले उनके पति ने कहा था कि वह जानवरों के लिए काम करने वाले एक एनजीओ से जुड़े हैं। वह बीमार स्ट्रीट डॉग्स के लिए काम करते हैं। महिला ने कहा कि इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है, केवल घर में कुत्ते नहीं होने चाहिए। शादी के बाद महिला जब अपने ससुराल आई, तो उन्हें पता चला कि पति का पूरा परिवार ही डॉग लवर है। घर में हर वक्त चार-पांच कुत्ते पड़े रहते थे। इसकी वजह से घर में हर वक्त गंदगी का महौल रहता था, जो उन्हें पसंद नहीं था। कुछ दिन बाद महिला को एक बच्ची हुई। महिला कामकाजी हैं, इस वजह से अपनी मैटरनिटी लीव पूरा होने के बाद अपनी बच्ची की देखरेख के लिए केयरटेकर के रूप में एक महिला को हायर कर लिया क्योंकि कुत्तों की वजह से उनके घरवाले उसकी बच्ची की देख-रेख नहीं कर रहे थे।
एक दिन उस केयरटेकर को एक कुत्ता काटने के लिए झपटा तो उस केयरटेकर ने कुत्ते को मार दिया। इसको लेकर ससुराल पक्ष वाले उस केयरटेकर से लड़ने लगे। बाद में केयरटेकर ने महिला से बताया कि घर के लोग उनके चले जाने पर बच्चे को भी कुत्ते के करीब ले जाते हैं। इस पर महिला ने कहा कि कुत्ते मेरे बच्चे के नजदीक नहीं जाएंगे। ससुरालवालों का कहना था कि कुत्ते यहां से कहीं नहीं जाएंगे। इसके बाद ससुरालवालों ने लड़ाई -झगड़ा करके महिला को घर से निकाल दिया। इस मामले की अगले सप्ताह सुनवाई होनी है।
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ससुराल वालों ने बहू से कहा- कुत्ते तो यहीं रहेंगे, तुम निकल जाओ - महिला ने ससुरालवालों के खिलाफ दिल्ली महिला आयोग में की शिकायत