उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड शुरू
समूचे उत्तर भारत में दिसंबर के आगमन के साथ ही ठंड का कहर बढऩे लगा है। लद्दाख के द्रास में शनिवार रात को माइनस 25.4 डिग्री की सबसे सर्द रात के बाद रविवार को न्यूनतम तापमान माइनस 26 डिग्री पहुंच गया। इसी के साथ द्रास रविवार को दुनिया का दूसरा सबसे ठंडा रिहाइशी क्षेत्र रहा। कश्मीर घाटी का हवाई संपर्क भी खराब मौसम के कारण लगातार दूसरे दिन कटा रहा, जबकि हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे पर 19 दिन से बंद पड़ी वाहनों की आवाजाही रविवार को शुरू होते ही बर्फीले तूफान ने फिर बंद कर दी। कश्मीर घाटी में कोहरे की परत से घिरे श्रीनगर (माइनस 4 डिग्री) में सामान्य से 3.5 डिग्री नीचे तापमान के साथ इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। इसके चलते डल झील के कुछ हिस्से समेत आसपास के सभी जल स्रोतों और पाइपलाइनों पर बर्फ की परत चढ़ गई है और पेयजल सप्लाई प्रभावित हो गई है। पर्यटन स्थल पहलगाम (माइनस 6.2 डिग्री) घाटी में सबसे ठंडा रहा, जबकि गुलमर्ग में माइनस 5.6 डिग्री तापमान रहा। श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटरा में न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री, जबकि जम्मू में 8 डिग्री दर्ज किया गया।
11 दिसंबर से शीतलहर चलने का आसार
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने 10 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ का असर शुरू होने की संभावना जताई है। विभाग का आकलन है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते 11 और 12 दिसंबर को उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी के अलावा मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है। इसके चलते तापमान में कमी आएगी और शीतलहर चल सकती है। मौसम विभाग ने समुद्री इलाकों में भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते भारी बारिश, तूफानी हवाओं और ऊंची लहरों की संभावना जताई है।
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