संसद में उठा दिल्ली अग्निकांड का मुद्दा,
सदस्यों ने कहा सख्त कदम उठाएं, ताकि फिर न हों ऐसे हादसे दिल्ली स्थित रानी झांसी रोड की एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से रविवार को 43 लोगों की मौत हो गई। इस मसले पर लोकसभा में हुए चर्चा में सदस्यों ने इस घटना पर दुख जताते हुए सदस्यों ने ऐसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर लोकसभा में सरकार की ओर से जवाब दिया। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव और सुनील कुमार पिंटू, भाजपा के राजीव प्रताप रूडी और कांग्रेस के के. सुरेश ने यह मुद्दा उठाया। दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली के अग्निकांड में जिन मजदूरों की मौत हुई है, उनमें से ज्यादातर बिहार के रहने वाले थे। यादव ने सरकार से न सिर्फ मृतकों के शवों को उनके घर पहुंचाने का प्रबंध करने की मांग की, बल्कि मृतकों के परिवार को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसके लिए ठोस कानून बनाया जाना चाहिए। सुनील कुमार पिंटू ने भी मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की। भाजपा सांसद रूडी ने इस हादसे को दर्दनाक करार देते हुए इस मामले की विशेष जांच कराने की बात कही। कांग्रेस के के. सुरेश ने कहा कि इस मामले पर गृह मंत्री को जवाब देना चाहिए।
रीजनल
संसद में उठा दिल्ली अग्निकांड का मुद्दा,