हरियाणा में हारे हुए मंत्रियों को भी दिए जाएंगे अधिकार
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में पिछली कैबिनेट में शामिल ज्यादातर मंत्री बेशक हार गए है। लेकिन उनका रुतबा बनाए रखने की हर संभव कोशिश की जा रही है। दरअसल राज्य के मंत्रियों ने अपने पास काम के लिए आने वाले कर्मचारियों को साफ कर दिया है कि वे अपने इलाके के विधायकों की संस्तुति के अलावा संबंधित क्षेत्रों से हारे हुए मंत्रियों से भी अपने पत्रों पर सहमति लेकर आएं। बताया जा रहा है कि इस सिस्टम के बूते पर बीजेपी सरकार ने राजनीतिक रूप से आने वाली कई अड़चनों को दूर रखने की कोशिश की है। बता दें कि प्रदेश में 15 दिसंबर तक सभी विभागों के कर्मचारी तबादलों के लिए आवेदन करेंगे। वहीं सरकार ने दूसरी श्रेणी तक की नौकरियों में तबादलों के अधिकार मंत्रियों को सौंपे हुए हैं। इसके चलते कर्मचारी अपने-अपने इलाकों के विधायकों की सिफारिश लेकर मंत्रियों के कमरों में दस्तक दे रहे हैं लेकिन इस तरह सीधे आने पर कुछ मंत्री नाखुश हैं। वहीं मंत्रियों ने अपने पास आने वाले कर्मचारियों को साफ कर दिया है कि वह संबंधित विधायकों की संस्तुति के अलावा संबंधित क्षेत्रों से हारे हुए मंत्रियों से भी अपने पत्रों पर सहमति लेकर आएं। इसी तरह मंत्रियों ने दूसरा कदम यह उठाया है कि वे किसी भी विधानसभा क्षेत्र में इलाके के विधायक की सहमति के बगैर नहीं जाएंगे।